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Monday, September 4, 2023 2:32:51 PM

About College

Gadadjar Singh Mahavidylaya

About College

स्व० चन्द्रशेखर जी पूर्व प्रधानमंत्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामपुर कनवां, सेवराई, गाजीपुर की स्थापना 2 फरवरी 2013 को जनपद मुख्यालय गाजीपुर से 27 किलोमीटर दूर सेवराई तहसील से 4 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में सेवराई व बकसड़ा की सीमा पर रामपुर-कनवां मौजे में हुई है। जिले के साथ-साथ सीमावर्ती पड़ोसी राज्य बिहार के कैमूर एवं बक्सर जिलों के छात्रों व छात्राओं को गुणवत्तापरक उच्च शिक्षा प्राप्त कराने में महत्तवपूर्ण भूमिका निभा रहा है। महाविद्यालय शिक्षा के इस प्रकार के नियोजन का स्वप्न देखता है, जिसमें छात्र/छात्राऐं न केवल अपने अध्ययन के निर्धारित पाठ्यक्रम में निपुणता अर्जित करें वरन् उनके व्यक्तिव पर हमारी भारतीय गरिमामयी समृद्ध संस्कृति की छाप स्पष्टत: अंकित हो सके और वे राष्ट्र की सेवा के पावन कार्य में सन्नद्ध हो सके। महाविद्यालय छात्र/छात्राओं के चरित्र-निर्माण को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर उनसे यह अपेक्षा करता है. कि वे सच्चे अर्थो में आदर्श नागरिक बन सके। ग्रामीण छात्राओं को उच्च शिक्षा प्रदान कर देश का जिम्मेदार नागरिक बनाने के उद्देश्य से स्व0 चन्द्रशेखर जी पूर्व प्रधानमंत्री स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय,गाजीपुर (उ0प्र0) की स्थापना प्रायः ऐसी जगहों पर की गयी है जहाँ पहले से महाविद्यालय का अभाव है। महाविद्यालय की स्थापना इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखकर की गयी। सेवराई में स्थित यह संस्थान कई एकड़ के परिसर में विकसित किया गया है। इस महाविद्यालय में उल्लेखनीय सफलता पायी है। छात्राओं के बीच खेलकूद और शिक्षणेतर गतिविधियों की सुदृढ़ परम्परा यहाँ की विशेषता रही है। नकलविहीन और शुचितापूर्ण परीक्षाओं के लिए हम सदैव प्रतिबद्ध रहे हैं। प्राध्यापक अपनी कक्षाओं के प्रति सजग रहे हैं। इस बात का सदैव ख्याल रखा जाता है कि छात्राओं के साथ किसी भी प्रकार का भेद-भाव न हो। परिसर रैगिंग से पूरी तरह मुक्त है। परिसर को साफ-सुथरा और हरा-भरा रखने में प्राचार्य-प्राध्यापकों की प्रेरणा और कर्मचारियों की मुस्तैदी यहाँ देखी जा सकती है।विभिन्न अवसरों पर छात्राओं की सहायता से स्वच्छता और वृक्षारोपण के कार्यक्रम आयोजित कराए जाते रहे हैं। गाँव की छात्राएँ तेजी से आगे बढ़ रही हैं। वे विभिन्न क्षेत्रों में अपना सम्मानजनक स्थान बना रही हैं। गाँव की लड़कियों के आगे बढ़ने में महाविद्यालय की बहुत बड़ी भूमिका है। न्यूनतम फीस और अधिकतम सुविधा की नीति ने गाँव की लड़कियों को निर्बाध तरीके से उच्च शिक्षा हासिल करने में सहायता पहुँचाई है। यह गौरव महाविद्यालय को हासिल है। महाविद्यालय में पुस्तकालय, वाचनालय एवं बुक बैंक की सुविधा उपलब्ध है | शिक्षणेत्तर कार्यक्रम के अन्तर्गत क्रीड़ा प्रशिक्षण, कार्यक्रम में महाविद्यालय, की सक्रिय सहभागिता रहती हैं | वार्षिकोत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रामों का आयोजन एवं प्रेरिकी के माध्यम से छात्र-छात्राओं से सम्पर्क तथा महाविद्यालय के विकास के सन्दर्भ में समय-समय पर मूल्यांकन महाविद्यालय की मुख्य विशेषताएं हैं | ग्रामीण एवं पिछड़ें क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं के सर्वागीण विकास के लिये यह महाविद्यालय संकल्पित एवं प्रतिबद्ध हैं |