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Monday, September 4, 2023 2:32:51 PM

Admission

Admission

प्रवेश प्रक्रिया

(स्नातक स्तर / UG Level)

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) - 2020 से संबन्धित उच्च शिक्षा अनुभाग, उ.प्र शासन द्वारा निर्गत दिशा निर्देशों अनुसार तथा पूर्वाञ्चल विश्वविद्यालय प्रवेश एवं अध्यापन नियमावली 2021 के अनुरूप शैक्षिक सत्र 2021-22 से च्वाइस बेन्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) एवं ग्रेडिंग प्रणाली पर आधारित सेमेस्टर सिस्टम आरंभ किया गया है।

(संदर्भ-उ.प्र शासन उच्च शिक्षा अनुभाग, शासनादेश, दिनांक 2004 2021)

तदनुसार नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत स्नातक स्तर पर शैक्षिक सत्र 2021-22 से तथा स्नातकोतर स्तर पर सत्र 2022-23 से सेमेस्टर प्रणाली लागू हो गयी है। त्रिवर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में प्रत्येक वर्ष 2 सेमेस्टर की परीक्षा सम्पन्न होगी।

पाठ्यक्रम का स्वरूप- पाठ्यक्रम का स्वरूप एक वर्ष का सर्टिफिकेट, दो वर्ष का डिप्लोमा, तीन वर्ष की स्नातक डिग्री तथा चार वर्ष की स्नातक (शोध सहित) डिग्री इत्यादि होगा ।

उच्च शिक्षा कार्यक्रम का प्रथम सोपान स्नातक पाठ्यक्रम 2+1+1+1 पद्धति पर आधारित होगा जहाँ 2 मुख्य विषय +1 वैकल्पिक मुख्य विषय +1 वैकल्पिक माइनर एलेक्टिव पेपर +1 अनिवार्य सह-विषय / शैक्षणिक पाठ्यक्रम +1 अनिवार्य कौशल विकास रोजगारपरक पाठ्यक्रम होंगे।

स्नातक स्तर पर कला / भाषा संकाय के अंतर्गत प्रवेश हेतु छात्र इंटरमीडिएट कला, विज्ञान, वाणिज्य, कृषि अथवा व्यावसायिक वर्ग के विषयों के साथ उत्तीर्ण हो ।

वाणिज्य संकाय के अंतर्गत प्रवेश हेतु छात्र इंटरमीडिएट वाणिज्य, कला, (गणित अथवा अर्थशास्त्र सहित ) या विज्ञान (गणित सहित) वर्ग से साथ उत्तीर्ण हो।


विषयों / प्रश्न पत्रों का चयन

1. मुख्य विषय (Major Subjects) का चयन-

स्नातक पाठ्यक्रम (भाषा, कला तथा वाणिज्य) प्रथम वर्ष प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लेने के लिए इच्छुक विद्यार्थी सर्वप्रथम उपरोक्त अंकित 1 2 या 3 (संकाय / विषय-सूची) में से अपने संकाय का चुनाव करेगा जिसे अपना संकाय (Own Faculty) कहा जाएगा। इस अपना संकाय से विद्यार्थी कम से कम 2 मुख्य विषय (First & Second Major Subjects)

का अनिवार्यत चयन करेंगे। विद्यार्थी को। तृतीय मुख्य विषय (Third Major Subject) का भी चयन करना होगा जो पूर्व चयनित अपना संकाय (Own Faculty) या किसी अन्य सकाय (Other Faculty) से भी हो सकता है। इस प्रकार विद्यार्थी को 3 मुख्य विषयों (Major Subjects) का चयन करना है जिसमे 2 मुख्य विषयों का चयन अपना

संकाय से तथा तीसरे मुख्य विषय का चयन अपना संकाय अथवा अन्य संकाय से हो सकता है। 2. माइनर / एलेक्टिव विषय (Minor Elective Subject) का चयन- तीन मुख्य विषयों के अतिरिक्त विद्यार्थी को प्रथम 4 सेमेस्टर (स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष) के लिए एक माइनर एलेक्टिव

पेपर (Minor Elective Paper) का चयन करना होगा जिसका चुनाव उसे अपने संकाय (Own Faculty) अथवा अन्य संकाय (Other Faculty) से करना है। (यदि विद्यार्थी ने तीनों मुख्य विषय का चनाव अपने संकाय से किया है


स्नातक प्रवेश सम्बन्धी नियम किसी कारणवश अन्य अनुमन्य संकाय में प्रवेश चाहने की सम्भावना को देखते हुए प्रार्थी उस अन्य संकाय में भी आवेदन-पत्र भरें, क्योंकि आवेदन-पत्र का स्थानान्तरण एक संकाय से दूसरे संकाय में नहीं होगा ।
किसी कक्षा में प्रवेश लेकर उसकी परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने अथवा परीक्षा छोड़ देने वाले परीक्षार्थी को पुनः उसी कक्षा में अथवा अन्य संकाय की कक्षा में प्रवेश नहीं दिया जायेगा ।
संकाय अथवा विषय बदल कर उसी कक्षा में पुनः प्रवेश नहीं दिया जायेगा जिसकी परीक्षा विद्यार्थी एक बार उत्तीर्ण कर चुका है ।
शासन द्वारा निर्धारित प्रवेश आवेदन नियमों का पालन किया जायेगा।
इस महाविद्यालय में कार्यरत किसी अधिकारी/कर्मचारी के पुत्र/पुत्री, पति/पत्नी तथा सगे भाई-बहन को अनिवार्य न्यूनतम अर्हता के आधार पर प्रवेश दिया जायेगा ।
प्रवेशार्थी सोच-विचार कर विषयों का चयन करें। प्रवेश के पश्चात विषय परिवर्तन नहीं किया जायेगा ।
बिना कारण बताये प्राचार्य कोई प्रवेश अस्वीकार या निरस्त कर सकते हैं ।
विश्वविद्यालय अधिनियम की धारा 69 के अनुसार किसी भी न्यायालय को प्रवेश सम्बन्धी मामलों में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है ।