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Monday, September 4, 2023 2:32:51 PM

Principal's Message

Principal's Message

यहाँ के जिज्ञासु विद्यार्थी के रूप में आप सभी ऐसी संस्था से सम्बाद्ध हो रहे हैं जो स्वस्थ, सुसंस्कृत, सच्चरित्र युवा मानस के सर्वांगीणा विकास की कार्यशाला है। यह संस्थान सभी छात्र-छात्राओं के समग्र विकास हेतु तत्पर एवं प्रतिबद्ध है। महाविद्यालय पुस्तकीय जान के अतिरिक्त नैतिक मूल्यों, उच्च मानवीय आदर्ता तथा राष्ट्रीय विकास के अनुरुप शिक्षा, स्वास्थ्य एवं संस्कार संवर्द्धन का उत्कृष्ट परिवेश है। शात्र एवं छात्राओं को यहां पर भारतीय आदर्शा एवं नैतिक जीवन मूल्यों की शिक्षा प्रदान की जाती है। महाविद्यालय में स्तरीय स्वाध्याय हेतु पुस्तकालय एवं अध्ययन हेतु सुयोग्य एवं अनुभवी प्राध्यापक उपलब्ध हैं। सभी छात्र/छात्राएँ इन सुविधाओं के अधिकाधिक उपयोग से अपना भविष्य उज्ज्वल बनायें ऐसी मेरी शुभकामना है। सूर्य अत्यन्त तेजवान, अन्धकार को दूर करने वाला एवं ऊष्मा प्रदान करने वाला होता है, परन्तु अजान रूपी अन्धकार को सैकड़ों सूर्य एक साथ मिलकर भी दूर नहीं कर सकते। शिक्षक ज्ञान रुपी अमृत से परिपूर्ण उस कलश के सजान है, जो ज्ञानामृत प्रदान करने के बाद भी कभी रिक्क नहीं होता है। शिक्षक ज्ञान का प्रदाता है। शिक्षक की महत्ता अपार है। अज्ञान रूपी अन्धकार को अपनी शिक्षा, उपदेश अथवा ज्ञान के द्वारा दूर करने के कारण हो ऋषियों ने उसकी प्रशंसा की है।

महाविद्यालय में छात्र एवं छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु उन्हें पाठ्यक्रमानुसार शिक्षित करने के साथ-साथ पाठ्येतर क्रिया-कलापों एवं अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति जागरुक करने के लिए एनसीसी (आर्मी, नवल), राष्ट्रीय सेवा योजना, रोवर्स रेंजर्स एवं विभागीय परिषदों के माध्यम से वर्तमान में स्वच्छता, जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रति जागरुक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। जिसके फलस्वरुप छात्र एवं छात्राओं का जान सवर्दन होता है।

उच्च शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, शोध एवं उसका समुचित प्रसार है। सम्यक, सुनियोजित, सर्वांगीण एवं जीवनोपयोगी शिक्षा के द्वारा छात्र एवं छात्राओं का विकास महाविद्यालय की प्राथमिकता एवं प्रतिवद्धता है। महाविद्यालय में उच्च शिक्षा का विकास वर्तमान में विद्यमान आवस्यकताओं एवं भविष्य की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए योग्य एवं अनुभवी प्राध्यापकों द्वारा किया जा रहा है। यहां उपलब्ध पठन-पाठन की अत्याधुनिक सुविधाओं का अपने उत्कर्ष हेतु सर्वोतम उपयोग करने तथा महाविद्यालय परिसर की गरिमा में अभिवृद्धि के लिए हम आपसे अपेक्षा एवं आहवान करते हैं। यह महाविद्यालय राष्ट्र के पुनर्निमाण में अपनी सशक्त भूमिका का निर्वाह करने में आप सभी के सहयोग से समर्थ होगा ऐसा हमारा दृढ़ विश्वास है साथ ही बदलते राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय परिदृश्य में युवाओं के समक्ष चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने की क्षमता अर्जित करे यहाँ मेरी अभिलाषा है। अभिनव सत्र 2023-24 सभी प्राध्यापकों, कर्मचारियों छात्रों तथा छात्राओं हेतु प्रेरक बने, यहाँ मेरो शुभकामना एवं यही शुभ सन्देश है।

डॉ0नामवर सिंह
प्राचार्य
स्व0 चन्द्रशेखर जी पूर्व प्रधानमंत्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय,
सेवराई, गाजीपुर (उ0प्र0)